इन फ़िल्मों ने सिखाया दोस्ती का सबक
दोस्ती का फ़ॉर्मूला बॉलीवुड का हिट फ़ॉर्मूला है. कई फ़िल्में अब तक दोस्ती पर बन चुकी हैं. ज़्यादातर फ़िल्में सुपरहिट भी रही हैं. आज हम आपको बताएंगे दोस्ती पर बनी कुछ फ़िल्मों के बारे में.
दोस्ती : 1964 में बनी इस फ़िल्म में दो दोस्तों की कहानी है जिनमें से एक अंधा होता है और एक विकलांग. दोनों दोस्त एक दूसरे का सहारा बनते हैं, एक दूसरे की कमियों को पूरा करते हैं. दोस्ती पर बनी अब तक की बेस्ट फ़िल्म है ‘दोस्ती’.
शोले : दो चोर हैं जो एक दूसरे के साथ मिलकर चोरियां करते हैं और एक दूसरे के साथ मिलकर ज़िंदगी जीते हैं. एक दूसरे की जान बचाने के लिए अपनी जान भी क़ुर्बान कर देंगे ये दोनों. ‘शोले’ में ‘जय’ और ‘वीरू’ की दोस्ती की कसमें खाई जाती हैं.
दिल चाहता है : दोस्ती पर बनी एक कल्ट फ़िल्म है ‘दिल चाहता है’. कॉलेज की मस्ती, गोवा में मज़ेदार ट्रिप, ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव, प्यार, ब्रेकअप, वगैरह वगैरह सब साथ मिलकर झेलते हैं ‘आकाश, समीर और सिद्धार्थ’. एक दूसरे की प्रॉब्लम्स को साथ मिलकर सुलझानेवाले दोस्तों की ये कहानी आज भी सुपरहिट है.
रंग दे बसंती : सच्चे दोस्तों की ऐसी कहानी जो एक दूसरे के लिए जान दे भी सकते हैं और एक दूसरे के सम्मान के लिए जान ले भी सकते हैं. ‘डीजे, असलम, सुक्खी, अजय, करण, लक्ष्मण, सोनिया’ ने सिखाया दोस्ती क्या होती है.
रॉक ऑन : इस फ़िल्म में अपने पैशन को जीने वाले दोस्तों की कहानी है. लाइफ़ की भागमभाग में इनसे इनका पैशन छिन जाता है. उसी पैशन को वापस पाने के लिए तीनों फिर से साथ आते हैं और धमाल मचा देते हैं.
थ्री इडियट्स : इंजीनियर बनने के दौरान तीन दोस्त कैसे एक दूसरे की जान बन जाते हैं इस फ़िल्म में यही दिखाया गया है. करियर बनाने के प्रेशर के दौरान इन तीनों की दोस्ती ही एक सहारा होती है.
ये जवानी है दीवानी : इस फ़िल्म की कहानी 4 दोस्तों की है जो एक ट्रिप पर मिलते हैं. कैसे वो ट्रिप और कैसे इनकी दोस्ती इनकी ज़िंदगी पर असर डालती है यही इस ख़ूबसूरत फ़िल्म में दिखाया गया है.
क्वीन : शादी से एक दिन पहले रिजेक्टेड दुल्हन अपने हनीमून पर अकेले निकल पड़ती है. हनीमून पर उसे मिलते हैं कुछ अंजान लोग जो उसके बेस्ट फ्रेंड बन जाते हैं और उसकी शादी के ग़म को भुलाने में उसकी मदद करते हैं.
जाने तू या जाने ना : ये फ़िल्म 2 बेस्ट फ्रेंड्स की कहानी है जिन्हें एक दूसरे से प्यार तो है पर इस प्यार से दोनों ही बेख़बर रहते हैं. जब एक दूसरे की लाइफ़ में पार्टनर्स की एंट्री होती है तब इन्हें पता चलता है कि दोनों दोस्त एक दूसरे से प्यार करते हैं.
फ़ुकरे : इस फ़िल्म में कहानी है 4 ख़ुराफ़ाती दोस्तों की जो अच्छे कॉलेज में पढ़ने का सपना देखते हैं. इस सपने को पूरा करने के लिए चारों एक दूसरे की मदद भी करते हैं.