90 के दमदार हीरो रहे सनी, ढाई किलो के हाथ ने दिलाई पहचान
बॉलीवुड के रियल हीरो माने जाने वाले सनी देओल का करियर काफी शानदार रहा है. 90 के दशक में सनी देओल ने लगातार सुपरहिट फिल्में देकर अपनी पहचान एक एक्शन हीरो की बनाई. हालांकि, सनी ने जब अपने करियर की शुरुआत की तो कई रोमांटिक फिल्में भी की, लेकिन सनी का शर्मीलापन इन पर भारी पड़ा.
19 अक्टूबर, 1956 को जन्मे सनी देओल का असली नाम अजय सिंह देओल है. लेकिन घर में उन्हें इसी नाम से बुलाया जाता रहा है, इसलिए फिल्मों में भी यही नाम काम आया. सनी देओल फिल्म अभिनेता धर्मेंद्र की पहली पत्नी के बेटे हैं. सनी के अलावा बॉबी और उनकी दो बहने और हैं.
पिता धर्मेंद्र ने किया लॉन्च
80 के दशक की शुरुआत में बॉलीवुड में कई सितारों ने अपने बच्चों को इंडस्ट्री में लॉन्च किया और उनमें से एक धर्मेंद्र भी थे. धर्मेंद्र ने अपने बड़े बेटे सनी को फिल्म ‘बेताब’ (1983) के जरिए एक्टिंग की दुनिया में प्रवेश करवाया. यह फिल्म सुपरहिट साबित, फिल्मों में लॉन्च करने से पहले धर्मेंद्र ने सनी को बर्मिंघम में ऐक्टिंग सीखने के लिए भेजा था.
बेताब के बाद कई फिल्में हुई फ्लॉप
फिल्म बेताब के बाद सनी की कई फिल्में लगातार फ्लॉप गई. लेकिन सनी की एक्टिंग की तारीफ होती रही. इसके बाद सनी ने पाप की दुनिया, त्रिदेव जैसी हिट फिल्में भी की. पर 1990 में आई फिल्म घायल से सनी को नई पहचान मिली, उस फिल्म के उन्हें फिल्मफेयर और राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला. इसके बाद 1993 में डर में सनी ने शानदार काम किया, लेकिन पर्सनल तौर पर वह इस फिल्म से खुश नहीं थे. सनी का आरोप था कि उनके साथ ठीक से बर्ताव नहीं किया गया था.
घातक, गदर ने बनाया रिकॉर्ड
इनके बाद सनी ने घातक, दामिनी जैसी सुपरहिट फिल्में दी. और साल 2000 के पास आई सनी की फिल्म गदर एक प्रेम कथा. सबसे बड़ी हिट शामिल हुई. उनके हैंडपंप उखाड़ने वाला सीन हर किसी को याद है. इसके बाद भी सनी की कुछ फिल्में आई लेकिन औसत ही गई. सनी ने इसके बाद यमला पगला दीवाना, घातक रिटर्न्स जैसी फिल्मों में काम किया.