बॉलीवुड को ‘दीवार’ और ‘नमक हलाल’ देने वाले रोमाटिंक हीरो शशि कपूर की जिंदगी से जुड़े कुछ खास पहलु
79 वर्षीय बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शशि कपूर ने लंबी बिमारी के बाद इस दुनिया को अलविदा कह दिया.साल 1961 में फिल्म ‘धर्मपुत्र’ से बतौर लीड हीरो फिल्मों में कदम रखने वाले शशि कपूर ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है.तो वहीं बॉलीवुड को कई हिट फिल्में जैसे ”दीवार” , ”शर्मीली”, ”वक्त”, ”जुनून”, ”सुहाग”, ”हसीना मान जाएगी”, ”चोर मचाए शोर’ देने वाले शशि कपूर को 2011 में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण अवॉर्ड और 2015 में ‘दादा साहब फाल्के’ सम्मान से नवाजा गया था.वैसे सत्तर और अस्सी के दशक में उन्हें बड़े पर्दे पर रोमांस के स्क्रीन आयकन के तौर पर देखा जाता था.तो चलिए जानते हैं उनकी जिंदगी के सफर से जुड़े कुछ खास पहलुओं के बारे में.
शशि पृथ्वीराज कपूर के सबसे छोटे बेटे थे.शशि कपूर का जन्म 18 मार्च 1938 को कोलकत्ता में हुआ था और असली नाम बलबीर राज कपूर हैं.
शशि चार साल की उम्र में रंगमंच पर आ गए थे और उन्होंने शकुन्तला नामक नाटक से करियर की शुरुआत की थी.
इसके अलावा वो “आग” और “आवारा” जैसी फिल्मों में भी बाल कलाकार के रुप में नजर आ चुके हैं.
शशि कपूर ने अपने करियर में 116 से भी ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया.
शशि कपूर के बड़े भाई राज कपूर उन्हें शशि बाबा तो शम्मी कपूर उन्हें शाशा कहकर बुलाते थे.
नब्बे दशक के अंतिम वर्षों में शशि ने खुद को बॉलीवुड की चकाचौंध से अलग कर लिया था.लेकिन उनकी फिल्म “दीवार” का डायलॉग “मेरे पास मां है” आज भी लोगों की जुबान पर रहता है.
शशि कपूर ने अंग्रेजी नाटकों की अभिनेत्री जेनिफर कैंडल के साथ शादी की थी और उनकी तीन संतानें कुणाल, करण और संजना कपूर हैं.
1984 में पत्नी जेनिफर कैंडल की मौत के बाद वो काफी अकेले रहने लगे थे और उन्होनें अपने करियर पर ध्यान देना भी बंद कर दिया था.
बॉलीवुड ही नहीं बल्कि उन्होनें हॉलीवुड में भी अपने शानदार अभिनय से एक अलग पहचान बनाई थी.शशि कपूर ने ब्रिटिश और अमेरिकन फिल्में द हाउसहोल्डर (1963), शेक्सपीअर वाला (1965), बॉम्बे टॉकीज (1970), हीट एंड डस्ट (1982) में भी काम किया है.
साल 1972 में आई फिल्म सिद्धार्थ में सिमी ग्रेवाल के साथ दिए गए न्यूड सीन को लेकर वो काफी लंबे समय तक विवादों में रहे.