आमिर जैसा कोई नहीं, रोल में जान डालने को करते हैं जी तोड़ मेहनत
एक फिल्म के साथ एक्टर की काफी मेहनत, समय और इज्जत दांव पर होती है. लेकिन फिर भी कुछ ही ऐसे एक्टर हैं, जो अपनी फिल्म के लिए पूरी जान लगा देते हैं फिर चाहे अपने जीवन शैली में ही उसके लिए बदलाव क्यों ना लाना पड़े. आमिर खान को इसी बात में महारथ हासिल है, इसलिए उन्हें बॉलीवुड का मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहा जाता है.
ऐसे सलेक्ट की फिल्में–
आमिर ने फिल्मों के चयन के तरीके, उसकी स्क्रिप्ट और रोल के लिए की जाने वाली मेहनत के कारण अपनी अलग पहचान की. और ये सिलसिला शायद लगान से ही शुरू हो गया था. लगान उस दौरान की काफी लंबी फिल्म थी, आमिर ने भुवन के किरदार के लिए भोजपुरी भाषा को सीखा. सही लोकेशन के लिए मुंबई शहर से काफी दूर राजस्थान के रेतीले इलाके में समय बिताया.
ऐसे बने मिस्टर परफेक्शनिस्ट–
फिल्म के एक सीन के लिए आमिर ने कई बार अपने कान पर गेंद का वार खाया, जिसके कारण उनका कान भी सूज गया था. सिर्फ .एक ही फिल्म नहीं बल्कि 3 इडियट्स में एक 20 साल के स्टूडेंट का किरदार निभाने के लिए उन्होंने अपना वजन घटाया और युवा रुप में सबके सामने आए. फिल्म गजनी के लिए अपनी बॉडी में काफी बदलाव किया और काफी भारी शेप की बॉडी बनाई.
ऐसे छाए आमिर–
ये शायद आमिर ही कर सकते हैं एक फिल्म के लिए लगातार वजन घटाना और बढ़ाना. फिल्म धूम 3 के लिए आमिर ने टैप डांस सीखा था. ना सिर्फ बड़ा पर्दा बल्कि जब आमिर ने छोटे पर्दे पर एंट्री ली तो अपने शो सत्यमेव जयते के लिए काफी समय से रिसर्च की. करीब दो साल की रिसर्च, कड़ी मेहनत के बाद उन्होंने देश की कई सामाजिक समस्याओं को देश के सामने पेश किया.
ऐसे करते हैं खुद को ट्रांसफोर्म–
ये है सबसे दंगल फिल्म आमिर के परफेक्शन का सबसे बड़ा उदाहरण है, आमिर ने इस फिल्म में एक 60 साल के अधेड़ बूढ़े बाप का किरदार निभाया है, इसके लिए आमिर ने अपना मोटापा काफी बढ़ाया था. साथ ही उन्होंने हरियाणवी भाषा भी सीखी थी, फिर उसी फिल्म के एक सीन के लिए जिसमें आमिर के किरदार को युवा दिखाया गया था. आमिर ने अपनी बॉडी शेप को बदला और मात्र कुछ महीने में युवा के किरदार में लौट आए.