अलख जगाने में सरकार के भी काम आए अमिताभ
महानायक अमिताभ बच्चन फिल्मों और छोटे पर्दे के अलावा टीवी एड्स में भी छाए रहते हैं. 75 की उम्र पारकरने के बाद भी टीवी एड्स में उनकी डिमांड कम नहीं हुई है, वह लगातार कई कंपनियों के साथ जुड़े हुए हैं.
लेकिन कमर्शियल एड् के अलावा अमिताभ बच्चन सरकार की भी मदद करते हैं. वह कई राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के जागरुकता फैलाने वाले टीवी विज्ञापनों में आ चुके हैं, इसके लिए वह फीस चार्ज नहीं लेते हैं और अगर लेते हैं तो काफी कम लेते हैं.
गुजरात टूरिज्म को दिया बढ़ावा
इसका सबसे बड़ा उदाहरण उनका गुजरात टूरिज्म का ब्रांड एंबेसडर होना है. नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने अमिताभ बच्चन से गुजरात टूरिज्म के लिए प्रचार करने की बात कही थी. अमिताभ ने भी बिना कोई पैसा लिए इस बात को स्वीकारा. अमिताभ ने इसके बाद कुछ दिन तो गुजारों गुजरात में नाम की विज्ञापन सीरीज के जरिए इसका प्रचार किया, और उनके विज्ञापन काफी हिट रहे थे. अमिताभ के विज्ञापन करने के बाद गुजरात के टूरिज्म सेक्टर में काफी बढ़ोतरी हुई थी.
गुजरात के अलावा अमिताभ अब केंद्र सरकार के लिए भी कई विज्ञापनों में हिस्सा ले रहे हैं. जिनमें बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत अभियान, पोलियो की दवाई समेत कई विज्ञापन शामिल हैं.
यूपी के लिए भी किया प्रचार
दरअसल, अमिताभ और सरकार के लिए प्रचार का सिलसिला उस दौरान शुरू हुआ था, जब उनकी माली हालत काफी ठीक नहीं थी. 1995 के आस-पास जब अमिताभ को उनकी प्रोडक्शन कंपनी में काफी घाटा हुआ था तब उनके दोस्त अमर सिंह ने काफी मदद की थी. तब अपने दोस्त का कर्ज चुकाने को उन्होंने तत्कालीन उत्तर प्रदेश की समाजवादी सरकार के लिए काफी प्रचार किया था. तब “यूपी में है दम क्योंकि यहां हैं जुर्म कम” स्लोगन के साथ अमिताभ का विज्ञापन काफी चर्चा में रहा था. उन्होंने लगातार समाजवादी पार्टी के समर्थन में कई विज्ञापन किए थे. अमिताभ की पत्नी जया बच्चन आज भी समाजवादी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद हैं.