अब पद्मावत से इस समुदाय की भावनाएं हुईं आहत
तमाम विरोध प्रदर्शनों के बावजूद पद्मावत आख़िरकार भारत में रिलीज़ तो हो गई लेकिन अब इस फिल्म की रिलीज़ का रास्ता बाक़ी देशों में साफ़ नज़र नहीं आ रहा है.
भारत में इस फिल्म पर राजपूत समुदाय ने कड़ा विरोध किया था उनका आरोप था कि इस पीरियड फिल्म से उनकी भावनाएं आहत होंगी. जिसके बाद 25 जनवरी को तमाम विरोध प्रदर्शनों के बावजूद फिल्म को रिलीज़ कर दिया गया. लेकिन अब ऐसा ही विरोध मलेशिया में भी इस फिल्म को झेलना पड़ रहा है. मलेशिया में इस फिल्म की रिलीज़ पर फिलहाल ग्रहण लग गया है.
मलेशिया के सेंसर बोर्ड ने इस फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगा दी है. आपको बता दें कि मलेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है और फिल्म में एक मुस्लिम सुल्तान की नकारात्मक छवि को पेश किए जाने से यहां के सेंसर बोर्ड ने अपने देश में फिल्म ना दिखाए जाने का फैसला लिया है. दरअसल, दिल्ली के सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी का किरदार फिल्म में एक नकारात्मक किरदार है उसे फिल्म में एक वहशी, हिंसक और लालची दर्शाया गया है जिसकी वजह से मुस्लिम बहुल देश मलेशिया को इस फिल्म पर ऐतराज़ है.
मलेशियाई सेंसर बोर्ड की ओर से कहा गया है कि इस फिल्म की कहानी और पात्र उनके देशवासियों के लिए अनुचित है. उनका यह भी कहना है कि फिल्म की कहानी और किरदारों से मलेशियाई जनता कि भावनाएं आहत हो सकती हैं.
हालांकि मलेशिया के वितरकों ने सेंसर बोर्ड के इस फैसले के खिलाफ आवाज़ उठाई है. उन्होंने पद्मावत पर लगे इस प्रतिबंध का विरोध किया है और वहां की स्वतंत्र फिल्म अपील्स कमिटी का दरवाज़ा खटखटाया है. देखना होगा कि क्या अब पद्मावत की रिलीज़ पर से यहां रोक हटती है या नहीं.