लड़कर जीतने वाले को अमिताभ बच्चन कहते हैं
अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड का सबसे बड़ा सितारा कहा जाता है. अपने फिल्मी करियर के करीब 50 साल पूरे कर चुके बच्चन अभी तक काम कर रहे हैं, और उनकी कई फिल्में आने को तैयार हैं. अमिताभ ने अपने करियर की शुरुआत सात हिंदुस्तानी जैसी फिल्म से की थी, लेकिन उसके बाद उन्हें राजेश खन्ना के साथ काम करने का मौका मिला और आनंद में जो उन्होंने काम किया उससे उन्हें काफी सराहना मिली.
शोले ने दी बड़ी पहचान
जैसे-जैसे अमिताभ का करियर आगे बढ़ा उनकी इमेज एंग्री यंग मैन की तरह उभर कर आई. जहां वो हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े एक्शन हीरो उभर कर आए. बच्चन की शुरुआती 12 में से 10 फिल्में बॉक्सऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप रही थीं. लेकिन 1973 में आई फिल्म जंजीर, उसके बाद आई दीवार और फिर ऐतिहासिक फिल्म शोले ने अमिताभ बच्चन को सबसे बड़ा सितारा बना दिया.
कुली के दौरान लगी चोट
उसके बाद तो जैसे अमिताभ बच्चन की किस्मत पूरी तरह से बदल गई, नमक हलाल, नमक हराम, रोटी कपड़ा और मकान जैसी लगातार सुपरहिट फिल्में दीं. 1978 में अमिताभ की फिल्म कस्में वादे, डॉन के लिए उन्हें अवॉर्ड भी मिला. उस साल अमिताभ ने मुकद्दर का सिंकदर, त्रिशूल, डॉन, कस्में वादे, गंगा की सौगंध और बेशरम जैसी सुपर हिट फिल्में दीं. इन फिल्मों का बॉक्सऑफिस कलेक्शन भी काफी जबरदस्त रहा था.
1983 में आई कुली के दौरान लगी चोट ने अमिताभ के करियर पर काफी सवाल उठा दिए थे, उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी.
5 साल तक फिल्मों से रहे दूर
चोट के बाद जब अमिताभ ने वापसी की, तो उनकी कई फिल्मों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था. चोट के बाद उनकी फिल्म शहंशाह और अग्निपथ ही ठीकठाक प्रदर्शन कर पाई थी. फिर लगातार फ्लॉप के बाद 1994 में अमिताभ ने इंसानियत फिल्म की, जो फ्लॉप गई. उस फिल्म के बाद उन्होंने करीब 5 साल तक कोई फिल्म नहीं की थी.
इस दौरान अमिताभ बच्चन की माली हालत काफी खराब हो गई थी, उन्हें अपना लोन चुकाने के लिए अपने घर प्रतीक्षा के कुछ कमरों को भी बेचना पड़ गया था. लेकिन फिर अमिताभ ने फिर मोहब्बतें, कभी खुशी कभी गम, ब्लैक जैसी सुपरहिट फिल्में दी और अपना पुराना मुकाम हासिल किया.