बिग बजट फ़िल्में जिनकी लुटिया डूबी
बॉलीवुड में ऐसी फ़िल्मों की लंबी फ़ेहरिस्त है जो बिग बजट होने के बावजूद ऑडियंस को नहीं लुभा पाईं. पेश है ऐसी कुछ फ़िल्में
रूप की रानी चोरों का राजा: 80-90 के दशक में बनी इस फ़िल्म का बजट क़रीब 10 करोड़ रुपये था. इसके बावजूद इस फ़िल्म का नाम सुपर फ़्लॉप फ़िल्मों की लिस्ट में शामिल है.
राजू चाचा : 2001 में रिलीज़ इस फ़िल्म का बजट 25 कोरड़ रुपये था लेकिन फिर भी बॉक्स ऑफ़िस पर फिसड्डी ही साबित हुई ये फ़िल्म.
अशोका : 2001 में ही रिलीज़ हुई थी अशोका जिसका बजट क़रीब 15 करोड़ रुपये था. पीरियड ड्रामा फ़िल्म होने की वजह से इसका इतना बड़ा बजट था लेकिन अपनी लागत भी वसूल नहीं कर पाई थी ये फ़िल्म.
सांवरिया : संजय लीला भंसाली की हर फ़िल्म की तरह ये फ़िल्म भी बिग बजट थी. 40 करोड़ में बनने के बावजूद ये दर्शकों को जुटाने में नाकाम रही.
युवराज : सुभाष घई के डायरेक्शन में बनी ये एक मल्टी स्टारर फ़िल्म थी. 50 करोड़ का बड़ा बजट भी इस फ़िल्म को हिट नहीं कर पाया.
लव स्टोरी 2050 : हरमन बवेजा के डेब्यू वाली ये फ़िल्म उनके पिता हैरी बवेजा ने 60 करोड़ के बड़े बजट के साथ बनाई थी. लेकिन अजीबोग़रीब कहानी और बुरी एक्टिंग के बलबूते ये फ़िल्म सुपर फ़्लॉप साबित हुई.
ब्लू : अक्षय कुमार और संजय दत्त से सजी ये फ़िल्म 100 करोड़ के बजट में बनी थी. बुरी कहानी के चलते इस फ़िल्म को दर्शकों ने सिरे से नकार दिया.
द्रोणा : अभिषेक बच्चन इस फ़िल्म में एक सुपरहीरो बने थे. 60 करोड़ के बजट में बनी ये फ़िल्म सुपर फ़्लॉप रही.
काइट्स : ऋतिक रौशन की इस फ़िल्म का बजट 60 करोड़ था. लेकिन ख़राब कहानी और बुरी एक्टिंग की वजह से ये फ़िल्म हिट नहीं हो पाई.
बॉम्बे वेलवेट : अनुराग कश्यप की ये अब तक की सबसे बड़ी और सबसे महंगी फ़िल्म थी जिसका बजट 120 करोड़ रुपये था. रणबीर कपूर और अनुष्का शर्मा की जोड़ी वाली ये फ़िल्म सुपर फ़्लॉप रही.