आजादी के महीनें रिलीज होने वाली इन फिल्मों के बारे में दिलचस्प तथ्य
22 सिंतबर को रिलीज होने वाली फिल्म हसीना पारकर 1993 के मुंबई बम धमाकों के गुनहगारों पर बनी फिल्म हैं.हसीना पारकर दाऊद की बड़ी बहन थी,जिनका जुलाई 2014 में हार्ट अटैक से निधन हो गया था.इस फिल्म में हसीना पारकर के बेख़ौफ़ अंदाज सहित उनकी ज़िन्दगी के पहलुओं को दिखाया हैं. लेखक हुसैन जैदी ने अपनी किताब ‘माफिया क्वीन’ में हसीना के बारे में कई खुलासे करते हुए बताया हैं कि हसीना का दक्षिण मुंबई के कई इलाकों में अच्छा खासा दबदबा था और उनकी मर्जी के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता था.तो वहीं हसीना को हसीना आपा या नागपाड़ा की ‘गॉडमदर’ के नाम से भी बुलाया जाता था.दरअसल इससे पहले हसीना का जुर्म से कोई नाता नही थी लेकिन हसीना की जिंदगी तब बदल गई जब 1992 में मुंबई के गैंगस्टर अरुण गवली के शूटरों ने उसके पति इब्राहिम पारकर की हत्या कर दी थी और अपने बहनोई की हत्या का बदला लेने के लिए दाउद ने 1992 में जेजे अस्पताल में भर्ती गवली गिरोह के शार्प शूटर शैलेश हलदनकर पर हमला कराया, जिसमें शैलेश के साथ पुलिस के दो हवलदार भी मारे गए थे. तो वही इस हादसे के बाद हसीना अपराध की तरफ बढ़ चली औऱ पति के मौत के बाद हसीना ही अपनी भाई दाऊद की बेनामी संपत्तियों की देखभाल करती थी. हालांकि ये फिल्म हसीना के 40 सालों को जिंदा करते हुए भावनात्मक कहानी पर आधारित होगी.
हुमा कुरैशी की आने वाली फिल्म ‘पार्टिशन: 1947’ भारत औऱ पाकिस्तान के बीच हुए पार्टिशन की कहानी हैं.दरअसल शहीदों की कहानियों पर कई तरह की फिल्में बनी हैं लेकिन लॉर्ड माउंटबेटन की कहानी अनसुनी ही रही कि किस तरह से उन्होंने अपना समय भारत में बिताया औऱ पार्टिशन के दौरान उनकी मनोस्थिती कैसी थी. इसी के साथ-साथ माउंटबेटन को कैसे भारत में हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच के टकराव को झेलना होता है और कैसे एक भारत को दो देशों में बांट दिया जाता है.तो वहीं इस फिल्म में हुमा कुरैशी एक मुस्लिम महिला, आलिया का किरदार निभाते हुए नजर आएगी इस दौरान वो हिंदू शख्स से प्यार कर लेती हैं जो वायररॉय ऑफिस में काम करता है.लेकिन बाद में इन दोनों को देश के विभाजन के चलते अलग होना पड़ता है.