आमिर, किरण और असहिष्णुता
2015 में असहिष्णुता के मुद्दे को लेकर देश में एक नई बहस शुरू हुई थी, लगातार हो रही एक वर्ग की हत्याओं और दिए जा रहे धमकी भरे बयान को लेकर कुछ प्रबुद्ध लोगों ने अपने अवॉर्ड या सम्मान वापिस करना शुरू कर दिया था. उसी दौरान आमिर ने एक बयान दिया था, जिससे पूरे देश में गुस्सा फैला था.
किरण के सवाल पर ऐसे परेशान हुए आमिर– दरअसल, आमिर ने अवॉर्ड वापसी की बातों का समर्थन किया था और मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि उनकी पत्नी किरण के मन में अब देश की सुरक्षा के प्रति एक डर है. आमिर ने बताया कि किरण ने उनसे एक दिन पूछा कि क्या हमें देश छोड़कर कहीं बाहर चले जाना चाहिए, क्योंकि देश का माहौल अभी ठीक नहीं है. आमिर ने कहा कि वह भी किरण के उस सवाल से चौंक गए थे, लेकिन उनके सवाल में एक सच्चाई और बच्चों के लिए डर छुपा था. आमिर खान के इस बयान के बाद कई जगह उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए. उन्हें पाकिस्तान जाने की सलाह भी दी गई थी.
विरोध भी झेलना पड़ा– हालांकि, आमिर के बयान के बाद लगातार हुए विरोध के बाद उन्होंने सफाई में कहा था कि उनके बयान को वो मतलब नहीं था. उसके बावजूद भी गलत मतलब निकाला गया. हालांकि, इसके बाद उन्होंने इस तरह के बयान देने से गुरेज किया.
राजनीति के भी हुए शिकार– यह पहली बार नहीं था कि आमिर किसी बयान के कारण राजनीतिक चर्चा का शिकार हुए हो, इससे पहले गुजरात में नर्मदा आंदोलन के दौरान जब एक्टिविस्ट मेधा पाटकर आंदोलन कर रही थीं. उस दौरान आमिर ने उनका समर्थन किया था, तब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे. तब भी आमिर खान देश के कुछ वर्गों के निशाने पर आए थे. हालांकि, आमिर ने कहा था कि उन्हें आदिवासियों की मदद करने के लिए जो ठीक लगा था उन्होंने वही किया.