हिट और फ्लॉप फिल्मों के जरिए मिला जुला रहा रणबीर का करियर

why Ranbir-Kapoor is furious

 

स्टार किड होने के कई फायदे एक एक्टर को अपने करियर के शुरुआत में मिलते हैं. जिनका काफी फायदा भी होता है. यूं तो रणबीर कपूर ने 2007 में सांवरिया फिल्म से अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन पर्दे के पीछे वे काफी समय से एक्टिव थे और अपनी तैयारी को पुख्ता कर रहे थे.

ऐसे शुरू किया सफ़र

1999 में आई फिल्म आ अब लौट चले को रणबीर के पिता ऋषि कपूर ने डायरेक्ट किया था, इस फिल्म में रणबीर कपूर ने बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया. और एक्टिंग की बारीकियों को समझने की कोशिश की. इसके अलावा रणबीर ने 2005 में आई संजय लीला भंसाली की फिल्म ब्लैक भी बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम किया. इसी फिल्म के बाद संजय लीला भंसाली ने अपनी फिल्म सांवरिया में मौका दिया था.

पहली फिल्म हुई फ्लॉप

 

सांवरिया बॉक्सऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप रही थी. उसके बाद भी बचना ए हसीनो, लक बाय चांस और वेक अप सिड ने भी बॉक्सऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं किया. लेकिन रणबीर कपूर के काम की तारीफ लगातार होती रही. 2009 में आई अजब प्रेम की गजब कहानी ने रणबीर के करियर में एक बड़ा बदलाव लाया. फिल्म काफी बड़ी हिट रही थी, और इसके बाद रॉकेट सिंह काफी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई. 2010 में फिल्म राजनीति ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और उन्हें काफी तारीफें भी मिली.

इस फिल्म ने दिलाई शोहरत

रणबीर के करियर में फिल्म बर्फी और रॉकस्टार बड़ा टर्निंग प्वाइंट साबित हुईं. दोनों फिल्मों के लिए रणबीर को फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला था. इसके बावजूद रणबीर ने लगातार मसाला फिल्में भी की. जिसमें तमाशा, ऐ दिल है मुश्किल, ये जवानी है दीवानी जैसी सुपरहिट मसाला फिल्में रीलीज की.

इतने अवॉर्ड जीत चुके हैं रणबीर

रणबीर कपूर अभी तक 5 फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं. रणबीर अभी तक सांवरिया के लिए बेस्ट मेल डेब्यू, वेक अप सिड, अजब प्रेम की गजब कहानी, रॉकेट सिंह, रॉकेट सिंह और रॉक स्टार के लिए अवॉर्ड मिल चुके हैं.

Manoj L

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