करण जौहर की फिल्म में ये रोल नहीं करना चाहता कोई भी एक्टर

बॉलीवुड में होमोसेक्शुअल किरदारों को निभाना हमेशा मुश्किल रहा है. बोल्ड किरदार होने की वजह से जल्दी कोई तैयार नहीं होता. ऊपर से हमारे देश में होमोसेक्शुएलिटी एक टैबू है जिसे बीमारी माना जाता रहा है. इन सब वजहों से ये एक अनटच्ड सब्जेक्ट रहा है जिसे कोई छूना नहीं चाहता. करण जौहर ने भी ख़ुलासा किया था कि कपूर एंड सन्स में फ़वाद ख़ान का किरदार पहले कई एक्टर्स को ऑफ़र किया गया था लेकिन कोई भी इसे करने को राज़ी नहीं हुआ. एक नज़र डालते हैं किन किरदारों ने नहीं निभाया होमोसेक्शुअल किरदार

सैफ़ अली ख़ान

ऋतिक रौशन

आदित्य रॉय कपूर

फ़रहान अख़्तर

शाहिद कपूर

वहीं कुछ ऐसे भी एक्टर्स रहे हैं जिन्होंने होमोसेक्शुअल किरदारों को बिना किसी झिझक के बहुत ख़ूबसूरती से निभाया. उन चुनिंदा एक्टर्स पर नज़र डालते हैं जिन्होंने निभाए ऐसे किरदार

मनोज बाजपेयी

मनोज ने हंसल मेहता की फ़िल्म अलीगढ़ में एक गे प्रोफ़ेसर की भूमिका बेहद संवेदनशीलता के साथ निभाई. इस मुश्किल रोल के लिए मनोज की ज़बरदस्त तारीफ़ हुई थी.

फ़वाद ख़ान

कपूर एंड सन्स में फ़वाद एक परफ़ेक्ट बेटे, एक परफ़ेक्ट आदमी के रोल में थे. बाद में मालूम चलता है कि फ़वाद अपनी असलियत को सबसे छुपा कर रख रहे हैं. इस फ़िल्म की जान था फ़वाद का गे किरदार.

अक्षय कुमार

फ़िल्म ढिशुम में अक्षय ने एक कैमियो किया था जो एक गे किरदार था. ये एक मज़ेदार और फ़नी किरदार था जो फ़िल्म में कॉमेडी डोज़ के लिए डाला गया था.

रणदीप हुड्डा

रणदीप ने फ़िल्म बॉम्बे टॉकीज़ में एक गे किरदार को निभाया था जोकि एक आम मर्द की तरह रहता है और शादीशुदा भी है. होमोसेक्शुअल लोगों को जिस तरह दोहरी ज़िंदगी जीनी पड़ती है रणदीप ने उस कश्मकश को उम्दा तरीक़े से पर्दे पर उकेरा था.

Manoj L

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