इन बॉलीवुड फिल्मों के क्लाइमेक्स ने दर्शकों को कर दिया बेहद बोर !

बॉलीवुड में ऐसाी  कई बेहतरीन फिल्में हैं जिन्हें उनके क्लाइमेक्स की वजह से याद किया जाता हैं.तो वहीं कुछ ऐसी भी फिल्में भी हैं जिनकी कहानी तो जबरदस्त होती हैं लेकिन फिल्म का क्लाइमेक्स इतना पेचीदा होता हैं कि जैसे कहानी का गुड़ गोबर करने में कोई कसर ना छोड़ी हो.तो चलिए जानते हैं उन फिल्मों के बारे में जिनके कलाइमेक्स की वजह से ये फिल्में बॉक्स ऑफिस पर होगी फ्लॉप .

फैन 

फिल्म की सबसे कमजोर कड़ी इसका सेकंड हाफ हिस्सा है दरअसल इंटरवल के बाद जब एक्शन शुरु होता हैं तो फिल्म में दिलचस्पी कम होने लगती हैं.जिस वजह से फिल्म से कनेक्ट कर पाना बेहद मुश्किल हैं.इसी के साथ-साथ लम्बे चेसिंग सीक्वेंस बोर करने लगते हैं.

Fan movie

दिल्ली 6 

राकेश ओमप्रकाश मेहरा द्धारा निर्देशित फिल्‍म दिल्‍ली 6 में एक व्‍यक्ति की जीवन यात्रा पेश की गई है जो विदेशी और देशी संस्‍कृति के बीच में खुद को तलाशने की जुगत में लगा रहता है.फिल्म की कहानी इसी में उलझी रहती हैं कि कभी अभिषेक को दिल्ली अच्छी लगती हैं तो कभी वो वापिस जाने का फैसला करता हैं.

तलाश 

थ्रिलर मूवी की सफलता उसके क्लाइमेक्स पर बहुत ज्यादा निर्भर होती है.शुरुआत में फिल्म बेहद साधारण लगती हैं लेकिन स्टोरी जैसे जैसे आगे बढ़ती रहती हैं वैसे वैसे दिमाग की टेशंन बढ़ती रहती हैं.इस फिल्म के क्लाइमेक्स में जब बात सामने आती हैं तो दर्शक हैरान हो जाते हैं क्योंकि उन्हें इस तरह के अंत की उम्मीद ना थी.ये फिल्म देखने के बाद ऑंडियस अपने को ठगा महसूस कर रही थी.

ऐ दिल है मुश्किल

फिल्म का सेकेंड हाफ काफी बड़ा लगता है, बहुत सारे उतार चढ़ाव आने की वजह से ये सवाल जेहन में चलने लगते हैं कि आखिर फिल्म खत्म कहां होगी.तो वहीं एक वक्त के बाद दिमाग में ये सवाल आता हैं कि आखिरकार ये किरदार एक दूसरे से चाहते क्या हैं? वैसे इंटरवल के बाद फिल्म की कहानी बहुत ही काम्प्लिकेटेड  हो जाती है.

एक थी डायन

‘एक थी डायन’  बेहद मनोरंजक फिल्म हो सकती थी लेकिन इंटरवल के बाद ये फिल्म बेहद निराश करती हैं.

डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी 

फिल्म की सुस्त रफ्तार इस फिल्म का माइनस पॉइंट है.जिस वजह से फिल्म की लंबाई काफी बढ़ गई हैं.काल्पनिकता की कमी के फिल्म का अंत खराब हो गया हैं.

तीन

इस फिल्म का इंटरवल ऐसे मोड़ पर  है कि फिर से फिल्म शुरू होने का आप ज्यादा इंतजार नहीं कर सकते हैं. दूसरे हाफ में फिल्म तेज गति से चलती है. क्लाइमैक्स‍ में थोड़ी निराशा इसलिए हाथ लगती है कि फिल्म रहस्य से परदा उठाए उसके पहले आप रहस्य जान जाते हैं. इसके साथ साथ फिल्म की अवधि भी ज्यादा हैं.

Manoj L

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