इन फिल्मों में सिर्फ लटके झटकों के लिए नही हैं भारतीय नारी

बॉलीवुड हो या फिर छोटा पर्दा ज्यादातर महिलाओं को दिल लुभाने वाली वस्तु की तरह इस्तेमाल किया जाता है.लेकिन बॉलीवुड में कुछ ऐसी फिल्में है जिनमें महिलाओं की असली व्यथा को बताया गया है.साथ ही साथ इस फिल्मों में महिलाओं के दर्द को भी बेहद खूबसूरती से दिखाया गया है.तो चलिए जानते है बॉलीवुड की उन फिल्मों के बारे में जिनमें महिलाओं की शक्ति का वर्णन बेखूबी तरीके से किया गया है.

मदर इंडिया

साल 1957 में रिलीज हुई फिल्म मदर इंडिया में मां के अस्तित्व को बेहद खूबसूरत ढ़ंग से पेश किया गया है.इस फिल्म में एक गरीब मां एक लालची साहूकार, सुखीलाल के खिलाफ जाकर अपने बच्चों की परवरिश के लिए संघर्ष करती है. इस फिल्म में नरगिस दत्त,सुनील दत्त औऱ राजेंद्र कुमार मुख्य भुमिका में थे. इस इसके डायरेक्टर महबूब खान साहब थे.

बैंडिट क्वीन

 निचली जाति से संबंधित फूलन देवी  समाज में यौन उत्पीड़न और भेदभाव का सामना करती है. शेखर कपूर के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने भी कई पुरस्कार जीते थे. सीमा बिस्वास, सौरभ शुक्ला, मनोज वाजेपयी, नीरज पांडे और गोविंद नामदेव जैसे दिग्गज कलाकार इस फिल्म का मुख्य हिस्सा बना थे.1994 में रिलीज हुई इस फिल्म को इंटरनेशनल स्तर पर काफी ख्याति मिली थी.

फैशन

साल 2008 में रिलीज हुई फिल्म फैशन में छोटे शहर की लड़की, मेघना माथुर एक मशहूर सुपर मॉडल बनने के लिए और अपने सपनों को साकार करने के लिए घर से निकलती है. लेकिन जल्दी ही उसे इस बात का आभास हो जाता है कि मॉडलिंग औऱ मायानगरी की ये रंगीन दुनिया में भी पैसा ही चलता है.इस फिल्म के लिए प्रियंका चोपड़ा को नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया था.

डर्टी पिक्चर

साल 2011 में रिलीज हुई ये फिल्म भारतीय सिनेमा की चर्चित अभिनेत्री सिल्क स्मिता की लाइफ पर आधारित थी. अस्सी के दशक की सफल अभिनेत्री बनने के बाद भी बेवफ़ाई भी उसके जीवन का हिस्सा बन जाती हैं.इस फिल्म को तीन श्रेणियों में ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ मिला है.

क्वीन

 

इस फिल्म में मुख्य भूमिका में कंगना रनोट, राजकुमार राव और लीजा हेडन है.इसमें मंगेतर द्वारा शादी कैंसिल करने पर कंगना अकेली ही अपने हनीमून पर निकल जाती है.इस दौरान वो यूरोप में कई सारे दोस्त बनाती और नई स्वतंत्रता हासिल करती है.


 

Manoj L

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