इन फ़िल्मों को अकेले ही देखें तो बेहतर है

भारतीय परिवारों में अमूमन सब साथ ही बैठकर टीवी या फ़िल्म देखते हैं. लेकिन हमारी फ़िल्म इंडस्ट्री में कुछ ऐसी फ़िल्में भी बनी हैं जिन्हें परिवार के साथ देखेंगे तो मुसीबत में पड़ जाएंगे. ऐसी फ़िल्मों पर नज़र डालते हैं

देव डी

इस मॉडर्न देवदास में कई ऐसे सीन हैं जिन्हें परिवार के साथ देखा तो ख़ैर नहीं. अभय देओल को नई पहचान देनेवाली इस फ़िल्म में अभय और माही गिल के काफ़ी इंटीमेट सीन हैं.

हंटर

 

इस फ़िल्म की कहानी एक ऐसे शख़्स की थी जिसे सेक्स करने की लत है तो ज़ाहिर है इस फ़िल्म में काफ़ी सेक्स सीन रहे होंगे. गुलशन देवैया और राधिका आप्टे ने इस फ़िल्म में मेन रोल निभाया था.

मस्ती सीरीज़

ये फ़िल्म सीरीज़ सेक्स कॉमेडी थी जिसमें डबल मीनिंग डायलॉग और सीन की भरमार थी. इस फ़िल्म को कभी भूलकर भी परिवार के साथ ना देखें.

डेल्ही बेली

इमरान ख़ान, वीर दास और कुणाल रॉय कपूर की इस फ़िल्म में भरपूर गालियां और सेक्स सीन थे. इन्हीं वजहों से ये फ़िल्म काफ़ी चर्चा में भी थी.

गैंग्स ऑफ़ वासेपुर

इस फ़िल्म में बिहार के गैंगस्टरों की कहानी थी जो अपनी ज़िंदगी में गोलियों के साथ साथ गालियां भी जमकर देते हैं. इस फ़िल्म को अकेले देखना ही बेहतर फ़ैसला है.

बीए पास

ये फ़िल्म अपने अडल्ट कंटेंट की वजह से बहुत चर्चित रही. चक दे फ़ेम शिल्पा शुक्ला ने इस फ़िल्म में बेहद बोल्ड किरदार निभाया था.

हेट स्टोरी सीरीज़

इस फ़िल्म के तीनों ही पार्ट काफ़ी गर्मागरम सीन से भरे थे. कहना मुश्किल होगा कि ये फ़िल्में अपनी कहानी और अदाकारी की वजह से चलीं या फिर अपने बोल्ड सीन की वजह से.

रागिनी एम एम एस

इस हॉरर फ़िल्म में डर के साथ साथ बोल्डनेस का तड़का था. हीरो हिरोइन के बीच इंटीमेट सीन की वजह से फ़िल्म को काफ़ी माइलेज मिली थी.

जिस्म सीरीज़

इन फ़िल्मों में कई बोल्ड सीन्स थे जिनकी वजह से इन फ़िल्मों की काफ़ी चर्चा हुई. कहानी की वजह से कम और इन बोल्ड सीन्स की वजह से ये फ़िल्में चलीं. इन फ़िल्मों को परिवार के साथ देखने की ग़लती ना करें.

सिन्स

शाइनी आहूजा की ये फ़िल्म बॉलीवुड की सबसे बोल्ड फ़िल्म कही जा सकती है. इस फ़िल्म की कहानी सिर्फ़ और सिर्फ़ सेक्स पर आधारित है. ऐसी फ़िल्म को हममें से कोई भी अपने परिवार के साथ देखना नहीं चाहेगा.

Manoj L

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