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वोडका डायरीज़ : इससे दूर रहना ही अच्छा

Vodka Diaries Movie Review
Vodka Diaries Movie Review

विज्ञापन की दुनिया से फिल्मों में क़दम रखने वाले कुशल श्रीवास्तव की निर्देशक के तौर पर पहली फिल्म ‘वोडका डायरीज’ रुपहले पर्दे पर आ चुकी है. फिल्म के ट्रेलर को देख ये लग रहा था कि फिल्म काफी दिलचस्प होगी. आइए समीक्षा में जानते हैं कि आखिर कैसी है वोडका डायरीज़.

 

कहानी: फिल्म शुरू होती है मनाली से जहा के एक मशहूर क्लब में एक के बाद एक कई ख़ून होते हैं जिसकी गुत्थी सुलझाने की ज़िम्मेदारी आती है फिल्म के हीरो केके मेनन यानी एसीपी अश्विनी दीक्षित की. केस सुलझाते-सुलझाते अश्विनी इस केस में इस क़दर फंस जाते हैं कि उनकी शायरा पत्नी मंदिरा बेदी यानी शिखा ग़ायब हो जाती हैं. जिसके बाद अश्विनी की उलझन भरी जिंदगी में रोशनी यानी राइमा सेन की एंट्री होती है जिसके रहस्यमयी रवैये पर अश्विनी को शक होता है लेकिन इसके बाद वो ऐसे भंवर में फंस जाते हैं कि इससे बाहर निकल पाना उनके लिए मुश्किल हो जाता है. इस पूरे क्रम में उनके रिश्तेदार, दोस्त और सगे संबंधी उनके ख़िलाफ़ हो जाते हैं. फिर फिल्म एक ऐसे मोड़ पर ख़त्म होती है जिसकी आप उम्मीद भी नहीं कर सकते थे.

क्यूं देखें:  के के मेनन की ज़बरदस्त एक्टिंग के फैन हैं तो ये फिल्म आपको पसंद आएगी. उनका काम हमेशा की तरह बहुत अच्छा रहा. उन्होंने एसीपी का रोल बड़े ही बेहतरीन ढंग से निभाया. वहीं मंदिरा बेदी और राइमा सेन ने भी अपने किरदार की डिमांड के हिसाब से काबिले तारीफ़ एक्टिंग की है. फिल्म के बाक़ी सहायक किरदारों की एक्टिंग भी ठीक है. मनाली की ख़ूबसूरत वादियों को देखना चाहते हैं तो इस फिल्म को ज़रूर देखें. लोकोशन्स की बात करें तो फिल्म में कई बेहतरीन लोकोशन्स देखने को मिलेंगी साथ ही कैमरा वर्क भी बहुत शानदार है. ऐड फिल्म से फिल्म मेकिंग में आए कुशल श्रीवास्तव ने निर्देशन में अच्छी कोशिश की है. अगर थ्रिलर फिल्मों के फैन हैं तो ये वोडका डायरीज़ देख सकते हैं.

क्यूं ना देखें: इस फिल्म की सबसे बड़ी कमी है इसकी कहानी में और उसके स्क्रीनप्ले में. आपको फिल्म की कहानी स्क्रीनप्ले की वजह से काफी कंफ्यूज़िंग मालूम होगी. कहानी में अच्छे संवादों की कमी लगेगी. इसको अगर सही ढंग से लिखा गया होता तो ये एक बेहतरीन फिल्म साबित होती. फिल्म का म्यूज़िक दर्शकों को रिझाने में नाकाम रहा इसका एक भी गाना अपनी मौजूदगी दर्ज करवा पाने में नाकाम रहा. फिल्म का फर्स्ट हाफ ठीक है लेकिन क्लाइमैक्स आपोक निराश करेगा.

 

बिजनेस: फिल्म की कमाई का अंदाज़ा लगाने के लिए ये जानना ज़रूरी होगा कि इसका बजट सिर्फ 5 करोड़ है और इसको 500 से ज्यादा स्क्रीन्स पर रिलीज़ किया गया है. अनुमान तो ये है कि फिल्म अपनी लागत निकाल पाने में भी नाकाम रहेगी. देखना होगा कि ‘वोडका डायरीज़’ बॉक्स ऑफिस पर क्या कमाल कर पाएगी. हमारी तरफ़ से फिल्म को 5 में से 2 स्टार.

 

Manoj L

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